मानवी रोग : शारीरिक किंवा मानसिदृष्ट्या बिघाड होणे , म्हणजे रोग होय.
रोगांचे वर्गीकरण :
संसर्गजन्य | असंसर्गजन्य | साथीचे | संपर्कजन्य |
क्षयरोग | कर्करोग | हगवण | गजकर्ण |
अमांश | मधुमेह | कॉलरा | खरूज |
नायटा | रक्तदाब | टायफॉइड | कुष्टरोग |
- संसर्गजन्य रोग : रोगी व्यक्तीच्या संपर्कामुळे या रोगाचा प्रसार होतो. रोगजंतूंचा प्रसार हवा, पाणी इ. मार्फत होतो.
- असंसर्गजन्य रोग : हे रोग शरीरातील अंतर्गत बिघाडामुळे होतात.
- संपर्कजन्य रोग : बाधित झालेल्या रोग्याच्या संपर्कामुळे निरोगी व्यक्तीस होतो.
- साथीचे रोग : हे रोग दूषित अन्न व पाण्यामुळे एकाच वेळी अनेकांना होतात.
जीवाणूंमुळे( Bacteria) होणारे रोग :
रोगांचे नाव | जीवाणू | लक्षणे | औषध |
क्षयरोग | मायक्रोबॅक्टरियम ट्यूबरक्विलोसीस | खोकला, ताप, थुंकितून रक्त येणे, वजन कमी होणे. | स्ट्रेप्टोमायसीन,BCG लस. |
कुष्टरोग | मायक्रोबॅक्टरियम लेप्री | त्वचेवर चट्टे येणे, बोटे झडणे, त्वचा कोरडी पडणे. | रीफॅम्पसिन, डॅप्सोन. |
विषमज्वर | सॅलमोनेला टायफी | ताप येणे, पोटावर व छातीवर पुरळ, डोकेदुखी, भूक मंदावणे. | क्लोरोमायसेटीन |
पटकी/कॉलरा | व्हीब्रिओ कॉलरी | उलट्या, जुलाब,पोटात व पायात पेटके, शरीरातील पाण्याचे प्रमाण कमी होणे. | ORS(ओरल रिहायड्रेशन सोल्युशन), हाफकिन लस. |
घटसर्प | कॅनिबॅक्टरीयम | श्वास घेण्यास त्रास होणे, घसा लाल होऊन सूज येणे. | DPT ची लस. |
डांग्या खोकला | हीमोफिलस पर्तुसिस | तीव्र खोकला | DPT ची लस. |
धनुर्वात | क्लोसट्रीडी यम टिटॅनी | ताप येणे, दातखीळ बसने. | DPT ची लस. |
प्लेग | येरणीसिया पेस्टिज | काखेत व जांघेत गाठ येणे. | प्लेग विरोधी लस. |
न्युमोनिया | डीप्लोकॉकस नीमोनी | श्वास घेण्यास त्रास, छातीत दुखणे, ताप. | पेनिसिलीन |
विषाणूंमुळे ( Viral ) होणारे रोग :
रोगाचे नाव | विषाणू | लक्षणे | औषध |
पोलिओ | एन्टेरो व्हायरस | ताप, हात व पाय लूळे पडणे. | साल्क् व सेबिन ची लस. |
देवी | वॅरिओला | ताप, अंगावर पुरळ. | देवीची लस. |
कांजिण्या | वॅरीसेला झोस्टर | ताप, अंगावर फोड येणे. | लस नाही. एकदा झाल्यास प्रतिकार शक्ती निर्माण होते. |
हेपिटायटिस | हेपिटायटिस A,B,C,D व E या ५ प्रकारच्या विषाणूंमुळे होतो. | डोळे व त्वचा पिवळी होणे, पिवळी लघवी, डोके दुखणे, भूक मंदावणे. | हेपिटायटिस A व B ची लस. |
रेबीज | रॅब्डो व्हायरस | ताप व डोके दुखणे, पाण्याची भीती, हात व पाय लुळे होणे. | रेबीज लस |
एड्स (AIDS) | HIV(ह्यूमन इम्युनो व्हायरस) | एक महिन्यापेक्षा जास्त काळ ताप, वजन घटणे. | लस नाही. |
कोविड – १९ | कोरोना | सर्दी, खोकला. | लस कोव्हीशील्ड, कोव्हॅक्सीन. |
स्वाइन फ्ल्यू | H१ N१ | ताप, खोकला, डोकेदुखी, घसा लाल होणे. | टॅमीफ्ल्यू. |
गालफुगी | पॅरामिक्सो व्हायरस | गाल फुगणे, अन्न गिळण्यास त्रास. | गालफुगी प्रतिबंधक लस(MMR). |
गोवर | मिक्झो व्हायरस | ताप, अंगावर पुरळ येणे. | गोवर प्रतिबंधक लस( MMR). |
आदिजिवामुळे होणारे रोग :
१) हिवताप/ मलेरिया :
- प्लाझमोडियम या आदिजिवामुळे होतो.
- प्लाझमोडियम आपल्या शरीरात अँनाफिलस डासाची मादी चावल्याने प्रवेश करतो.
- हे आदिजिव शरीरातील तांबड्या रक्तपेशी (RBC) नष्ट करतात, त्यामुळे अनेमिया हा आजार होतो.
- या आजारात यकृत व प्लीहा मोठ्या होतात, ताप येतो, थंडी जाणवते.
- औषध: क्लोरोक्विन, क्विनाईन.
२) काला आजार :
- लेश्मेनिया डोनावाणी या आदीजिवामुळे होतो.
- सॅन्ड फ्लाय नावाची माशी चावल्याने प्रसार होतो.
३) स्लीपिंग सिकनेस :
- ट्रायपानोसोमा या आदिजीवामुळे हा आजार होतो.
- त्से – त्से माशीद्वारे प्रसार.
- रुग्णाला दिवसभर झोपावेसे वाटते.
प्रतिजैविके आणि उपचार :
प्रतिजैविके | सूक्ष्मजीव | मरणारे रोगजंतू |
पेनिसिलीन | पेनिसिलीअम क्रायसोजिनम | घट्सर्प, न्यूमोनिया. |
स्ट्रेप्टोमायसीन | स्ट्रेप्टोमायसीस ग्रिसिअस | क्षयरोग जंतू. |
क्लोरोमायसेटीन | स्ट्रेप्टोमायसीस व्हेनेझुएला | विषमज्वर जंतू. |
टेट्रासायक्लिन | स्ट्रेप्टोमायसीस ओरिओफेंसीस | विविध रोगजंतू. |
एरीथ्रोमायसिन | स्ट्रेप्टोमायसीस एरिथ्रस | विविध रोगजंतू |
रोग व उपचार :
रोग | उपचार |
कुष्टरोग | सल्फोन, डीपसोन |
विषमज्वर( टायफाईड) | क्लोरोमायसेटीन |
हिवताप ( मलेरिया) | क्लोरोक्विन, प्रोग्वानिक |
क्षय | स्ट्रेप्टोमायसिन, BCG लस |
हत्तीरोग | हेट्रझन |
कावीळ | टिनोफेव्हिर, एंटोफेव्हिर |
मधुमेह | इन्सुलीन |
रोग व बाधित अवयव संस्था :
रोग | बाधित अवयव संस्था |
कावीळ | यकृत |
एक्झीमा | त्वचा |
पोलिओ | मज्जासंस्था |
मोतीबिंदू | डोळे |
गलगंड | थायरॉईड ग्रंथी |
पायोरिया | दात व हिरड्या |
सायनोसायटीस | नाक |
क्षयरोग , न्यूमोनीया | फुफुस |
विषमज्वर | मोठे आतडे |
मलेरिया | प्लिहा |
मधुमेह | स्वादुपिंड |
डीप्थेरिया | गळा |
लुकेमिया | रक्त |
कुष्टरोग | त्वचा |
रोग व त्यांचा प्रसार :
रोग | प्रसार |
हत्तीरोग, हिवताप, नारू, प्लेग | कीटकामार्फत |
कावीळ, HIV, पोलिओ, कांजिण्या, देवी, कोरोना | विषाणूमार्फत |
कावीळ, अतिसार, विषमज्वर, पटकी | पाण्यामार्फत |
गजकर्ण | कवकामार्फत |
कुष्टरोग, क्षय, कॉलरा, न्यूमोनिया | जिवाणूमार्फत |
घटसर्प, डांग्या खोकला | हवेमार्फत |
समस्थानिके व उपचार :
समस्थानिके | उपचार |
कोबाल्ट – ६० | कॅन्सर |
सोडियम – २४ | रक्ताभिसरनातील अडथळे शोधणे. |
फॉस्फरस – ३२ | लुकेमिया |
आयोडीन , आर्सेनिक | मेंदूतील गाठ शोधणे. |
आयोडीन – १३१ | कंठस्थ ग्रंथी |